Dreams

Wednesday, June 6, 2012

टीस Copyright©

जब तक टीस ना उठे दिल मे तो प्रेम कैसा
जब तक धड़कनें ना रुकें तो प्रेम कैसा
दिल के एहसास का समंदर कोई देख नही पाता
पर गर 'वो' ना महसूस कर सकें तो प्रेम कैसा

मन रोया उनकी याद में पर हमने आँसू ना छलकाए
सुन्न होने का एहसास हम किसी को जाता भी ना पाए
उन्होने समझा या नही,हमे कभी मालूम ना होगा
उनके दर्द का अनुमान हम भी तो लगा ना पाए

कह देने से केवल मोहोब्बत जताई नही जाती
फूलों से भी उसकी सेज सजाई नही जाती
हमारा जीना प्रमाण है उनसे मोहोब्बत का
कितनी कोशिश की पर यह जान जाए नही जाती

शर्त रखी थी उन्होने- हमारी मोहोब्बत को नाम नही देंगे
उसे गुमनान रखेंगे, अंजाम नही देंगे
उनसे दूर रहने की कसम जो हमने खाई थी
कसम है -उस कसम को रखने की कोशिश को कभी आराम नही देंगे

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