Dreams

Tuesday, October 16, 2012

हिम्मत की ढाल Copyright©


आक्रमण का ना भाला दे चाहे
पर हिम्मत की तू ढाल दे
मयूर नृत्य की ना दे क्षमता
पर मृग जैसी तू चाल दे
हे परमेश्वर सब प्रश्नों के उत्तर ना हों
पर तू सही मुझे सवाल दे
आक्रमण का ना भाला दे चाहे
पर हिम्मत की तू ढाल दे

गुमनामी के सौ बरस नही

जगमगाते साल दो साल दे
सबके दिल मे बस जाऊं
ऐसे शब्दों को ताल दे
ना फ़र्क पड़े मुझे निंदा से
गैंडे जैसी तू खाल दे
आक्रमण का ना भाला दे चाहे
पर हिम्मत की तू ढाल दे

पहुँचू मंज़िल पे चाहे धीरे ही
चाहे कछुए की चाल दे
थकने ना पाएं कदम मेरे
ऐसा कुछ कमाल दे
सब को वश मे करलूँ मैं
ऐसा माया जाल दे
आक्रमण का ना भाला दे चाहे
पर हिम्मत की तू ढाल दे

आक्रमण का ना भाला दे चाहे
पर हिम्मत की तू ढाल दे

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